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ख़ामोशी एक दिल की ज़ुबा है। जो समझ सकता कोई इस ख़ामोशी को तोह आज दिल न रोता यु पल दो पल याद कर लिया ख़ुद को अपने प्रियतम को पा कर आशियाना जरूरत सूखे पत्ते मत रोंदना उन सूखे पत्तों को कर दूँ विसर्जित तुम्हारी यादों को गंगा में... हैं वतन को याद करते

Hindi याद कर उन लमहों को। Poems